महाराष्ट्र के ठाणे जिले में सोमवार की सुबह बेहद व्यस्त समय के दौरान एक चलती लोकल ट्रेन से गिरकर एक राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) कांस्टेबल समेत कम से कम चार लोगों की जान चली गई और छह अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना दिवा और कोपर रेलवे स्टेशनों के बीच उस वक्त हुई जब ट्रेन कसारा जा रही थी। रेलवे अधिकारियों ने मृतकों की संख्या की पुष्टि किए बिना बताया कि घटना संभवतः भीड़भाड़ वाली दो ट्रेनों के पायदान से लटके यात्रियों और उनके बैग के एक-दूसरे से टकराने के कारण हुई क्योंकि ट्रेनें विपरीत दिशाओं से गुजर रही थीं।
इसे भी पढ़ें: दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मिलेंगे सिद्धारमैया, भगदड़ की घटना पर चर्चा होने की संभावना
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि रेलवे प्रशासन घटना के कारण की जांच कर रहा है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना पर दुख व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि पीड़ितों और उनके परिवारों की सहायता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि यह घटना उपनगरीय रेलवे प्रणाली में भीड़भाड़ और यात्री सुरक्षा पर गंभीर ध्यान देने की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि व्यस्त समय के दौरान ट्रेन में अत्यधिक भीड़ थी, कई लोग ट्रेन के दरवाजे के पास खड़े थे।
इसे भी पढ़ें: WTC Final 2025 Live Streaming: जानें कैसे फ्री में देखें डब्ल्यूटीसी फाइनल मैच, लाइव स्ट्रीमिंग से जुड़ी पूरी जानकारी
अधिकारी ने बताया कि चलती ट्रेन से कम से कम 10 यात्री गिर गए। उन्होंने बताया कि कसारा जा रही एक अन्य ट्रेन के गार्ड ने घटना के बारे में रेलवे अधिकारियों को सूचित किया। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन से गिरे सभी यात्रियों को कलवा में एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। इनमें से चार को मृत लाया हुआ घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान केतन सरोज, राहुल गुप्ता, मयूर शाह और ठाणे राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) कांस्टेबल विकी मुखीयाद के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि घायलों में से चार पुरुष और दो महिलाएं हैं। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने पत्रकारों को बताया कि रेल की पटरियों पर आठ यात्री मिले थे। अधिकारी ने बताया कि कसारा जाने वाली फास्ट लोकल ट्रेन के गार्ड ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे अपने नियंत्रण कक्ष में घटना की सूचना दी। सभी घायलों को सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।
अध्यक्ष शरद पवार ने लोकल ट्रेन से गिरकर यात्रियों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए सोमवार को मध्य रेलवे प्रशासन से अपील की कि वह भीड़भाड़ को देखते हुए लोकल ट्रेनों में स्वचालित दरवाजे लगाने जैसे उपाय लागू करे। पवार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘मध्य रेलवे को समयसारणी अच्छी तरह से बनानी चाहिए और उसी के अनुसार महत्वपूर्ण मार्गों पर लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़ानी चाहिए। यात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय तुरंत लागू किए जाने चाहिए। ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लोकल ट्रेनों में स्वचालित दरवाजे लगाने का निर्णय तय समय पर लागू होने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ यात्रियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मैं प्रार्थना करता हूं कि उनके स्वास्थ्य में जल्द ही सुधार हो।’’ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य रेलवे नेटवर्क पर हर दिन औसतन छह से सात यात्रियों की लोकल ट्रेनों से गिरकर मौत हो जाती है। पवार ने कहा, ‘‘यह सर्वविदित है कि लोकल ट्रेनों में बढ़ती भीड़ इसका मुख्य कारण है। ऐसी दुर्घटनाओं के बाद यात्रियों को उनकी मौत के लिए दोषी ठहराना सही नहीं है। मध्य रेलवे प्रशासन को इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से लेना चाहिए।
इसके अलावा रेल मंत्रालय ने मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के लिए सभी मौजूदा और नई लोकल ट्रेनों के डिब्बों में स्वचालित दरवाजे की सुविधा देने का फैसला किया है। यह जानकारी सोमवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। ठाणे जिले में एक चलती हुई, भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेन से गिरने से सोमवार को चार यात्रियों की मौत हो गई और छह घायल हो गए। रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र में घटी भयावह घटना के बाद मंत्रालय ने मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के लिए निर्माणाधीन सभी लोकल ट्रेनों में स्वचालित दरवाजों की सुविधा देने का फैसला किया है। कुमार ने कहा, ‘‘इसके अलावा, वर्तमान में उपयोग में आ रहे सभी डिब्बों को फिर से डिजाइन किया जाएगा और मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के लिए इनमें स्वचालित दरवाजों की सुविधा प्रदान की जाएगी।’’ अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है और ऐसी दुर्घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।