Skip to content

Video | केदारनाथ यात्रा मार्ग पर अचानक गिरने लगी चट्टानें, खाई में गिरने से दो तीर्थयात्रियों की मौत, तीन घायल


उत्तराखंड में केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी बरसाती नाले के पास बुधवार को भूस्खलन होने से उसकी चपेट में आए दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी जबकि एक महिला समेत तीन अन्य घायल हो गए। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार, सुबह करीब ग्यारह बजे हुए भूस्खलन का शिकार हुए लोगों को उपचार के लिए ले जाया गया है। 
केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आकर दो की मृत्यु
जानकारी के अनुसार, बरसाती नाले के पास ऊपर पहाड़ी से मलबा और पत्थर आने के कारण इस क्षेत्र से गुजर रहे कुछ यात्री तथा पालकी संचालक इसकी चपेट में आकर नीचे खाई में गिर गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस तथा जिला आपदा प्रबंधन बल की टीमें खाई में गिरे लोगों को निकाल कर ऊपर लायीं। घायलों में से एक महिला को हल्की चोटें आयी हैं जबकि दो पुरूष गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें उपचार के लिए गौरीकुंड भेजा गया है। हादसे का शिकार हुए लोगों की पहचान की जा रही है। इस बीच, पुलिस की मौजूदगी में यात्रियों की आवाजाही करायी जा रही है।
भूस्खलन में तीन घायलों में एक महिला भी शामिल
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे के अनुसार, घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और जिला आपदा प्रतिक्रिया बल (डीडीआरएफ) के जवान तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और प्रभावित व्यक्तियों को बचाया। एसपी ने बताया कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला समेत तीन अन्य घायल हो गए। महिला को मामूली चोटें आईं, जबकि गंभीर रूप से घायल पुरुषों को गौरीकुंड के स्वास्थ्य केंद्र में रेफर कर दिया गया।
 

इसे भी पढ़ें: जंग में उतरा खामनेई का बेटा! इजरायल में भयंकर तबाही, सबसे बड़े तेल अड्डा हाइफा को किया ध्वस्त

रुद्रप्रयाग पुलिस ने बताया, “आज सुबह 11:20 बजे जंगलचट्टी के पास ऊपरी पहाड़ी से अचानक मलबा और पत्थर गिरने से कुछ यात्री और डंडी/कंडी धारक फंस गए। स्थानीय पुलिस और डीडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची और घायलों को बचाया।” मृतक श्रद्धालुओं की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। घायलों को गौरीकुंड में इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सभी यात्रियों से पहाड़ी रास्तों से गुजरते समय विशेष सावधानी बरतने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करने का अनुरोध किया है। 

इसे भी पढ़ें: Air India की दुर्घटना के बाद CEO Robert Isom ने पढ़ डाली चोरी की हुई स्पीच, शोक करने के लिए नहीं थे अपने शब्द भी

 
केदारनाथ मंदिर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त
इससे पहले रविवार को केदारनाथ के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें दो साल के बच्चे और पायलट समेत सभी सात लोगों की मौत हो गई। हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए सुबह करीब साढ़े पांच बजे उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि खराब मौसम के कारण दृश्यता कम होने के कारण गौरीकुंड के जंगलों के ऊपर यह दुर्घटना हुई। 
समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का हेलिकॉप्टर केदारघाटी में गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई। रविवार को भूस्खलन भी हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। भूस्खलन के बाद यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया। 
चार धाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के खुलने के साथ हुई। केदारनाथ मंदिर, भगवान शिव का एक प्रतिष्ठित मंदिर, 2 मई को खुला, उसके बाद बद्रीनाथ 4 मई को खुला। ये उच्च ऊंचाई वाले मंदिर हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करते हैं और लगभग छह महीने तक खुले रहते हैं, आमतौर पर कठोर सर्दियों की स्थिति के कारण अक्टूबर या नवंबर तक बंद हो जाते हैं।





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *