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arvind kejriwal called the victory in the by elections as semi final of 2027


भारत के चुनाव आयोग ने सोमवार को चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर 19 जून को हुए उपचुनावों के नतीजे घोषित कर दिए। इनमें आम आदमी पार्टी (आप) ने दो सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने एक-एक सीट जीती। आप सबसे बड़ी बढ़त के साथ उभरी, जिसने पंजाब के लुधियाना पश्चिम और गुजरात के विसावदर में जीत हासिल की। ​​कांग्रेस ने केरल की नीलांबुर सीट पर कब्ज़ा किया, भाजपा ने गुजरात के कादी में अपना गढ़ बरकरार रखा, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में कालीगंज को आसानी से जीत लिया।

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को गुजरात और पंजाब उपचुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की सराहना की और इसे “2027 का सेमीफाइनल” बताते हुए कहा कि स्पष्ट संकेत है कि मतदाता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों को खारिज कर देंगे।
पंजाब की लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से ‘आप’ उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु को 10,637 मतों के अंतर से हराया।

गुजरात में दो विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों की मतगणना सोमवार को हुई। अधिकारियों ने बताया कि ‘आप’ नेता गोपाल इटालिया ने विसावदर सीट जीत ली, जबकि भाजपा के राजेंद्र चावड़ा ने कडी सीट जीती है।
नतीजों के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने कहा, “हमने 2022 में जितने अंतर से जीत हासिल की थी, उससे लगभग दोगुने अंतर से जीत हासिल की है। इससे पता चलता है कि हम पंजाब में अच्छा काम कर रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि यह 2027 का सेमीफाइनल है — 2027 में आप की आंधी आएगी।”

गुजरात और पंजाब दोनों राज्यों में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
निर्वाचन आयोग द्वारा साझा किये गये आंकड़ों के मुताबिक, आप के पूर्व गुजरात अध्यक्ष इटालिया ने जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार किरीट पटेल को 17,554 मतों के अंतर से हराया। 21 दौर की मतगणना के बाद इटालिया को 75,942 मत मिले, जबकि पटेल को 58,388 मत मिले।
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के लोगों ने आप की सरकार को भारी समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, “हमें भारी अंतर से जीत दिलाकर पंजाब के लोगों ने राज्य में आप के काम पर अपनी मुहर लगाई है।”

उन्होंने गुजरात में आप की जीत के महत्व पर भी जोर दिया, जो परंपरागत रूप से भाजपा का गढ़ रहा है।
केजरीवाल ने कहा, “अक्सर कहा जाता है कि उपचुनावों में सत्ताधारी पार्टी जीतती है। लेकिन गुजरात में हमारी जीत से पता चलता है कि लोग 30 साल के भाजपा शासन से तंग आ चुके हैं। वे अब आप को एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में देख रहे हैं।”
कांग्रेस की आलोचना करते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पार्टी भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है।

उन्होंने कहा, “इन उपचुनावों से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस नेतृत्व ने आप को हराने के लिए भाजपा की मदद की। कांग्रेस भाजपा की कठपुतली बन गई है। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि वे इस बात को समझें और आप में शामिल हों।”

गुजरात में आप की राजनीतिक प्रगति की ओर इशारा करते हुए केजरीवाल ने कहा, “फरवरी 2022 में हमने विसावदर जीता लेकिन विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गए। आज हमने विसावदर और लुधियाना पश्चिम में लगभग दोगुने अंतर से जीत हासिल की है। यह इस बात का बड़ा संकेत है कि लोग हमारे काम से खुश हैं।”


केजरीवाल ने गोपाल इटालिया और संजीव अरोड़ा को बधाई देते हुए कहा कि इन दोनों की जीत से यह संकेत मिलता है कि गुजरात में मुकाबला अब सीधे आप और भाजपा के बीच है, क्योंकि कांग्रेस के “सत्तारूढ़ दल के साथ मधुर संबंध हैं”।
दिल्ली में आप मुख्यालय में जश्न मनाया गया, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे और नारे लगाए। उन्होंने नतीजों को 2027 के चुनावों से पहले अपेक्षित राजनीतिक बदलाव की झलक बताया।



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