Skip to content

rajnath singh explained true secularism accused opposition of shedding crocodile tears


Rajnath Singh

ANI

रक्षा मंत्री ने पटना में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मनोबल बढ़ाने वाला भाषण दिया।

भारत के पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहे व्यवहार पर चिंता के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के लागू होने पर इसका विरोध करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की। राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सीएए का पुरजोर विरोध किया जबकि अल्पसंख्यकों के लिए लगातार मगरमच्छ के आंसू बहाए। सिंह ने कहा कि पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए हमारी सरकार ने सीएए पारित किया, जिसका सबसे ज्यादा विरोध उन राजनीतिक दलों ने किया जो अल्पसंख्यकों के लिए दिन-रात मगरमच्छ के आंसू बहाते हैं।

इसे भी पढ़ें: चुनाव आयुक्त मिस्टर इंडिया क्यों बन गए हैं? CEC पर भड़के तेजस्वी यादव, लगाया बड़ा आरोप

रक्षा मंत्री ने पटना में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मनोबल बढ़ाने वाला भाषण दिया। बांग्लादेश का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति काफी खराब होती जा रही है। वहां हिंदू समुदाय के साथ जो कुछ हो रहा है, वह किसी भी सभ्य समाज के माथे पर दाग से कम नहीं है। यह टिप्पणी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और व्यवस्थित भेदभाव की परेशान करने वाली रिपोर्टों की पृष्ठभूमि में आई है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा दुनिया की एकमात्र पार्टी है जिसने पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए नागरिकता अधिनियम में संशोधन किया है। इसे ही सच्ची धर्मनिरपेक्षता कहते हैं। मैं धर्मनिरपेक्षता के पैरोकार होने का दावा करने वालों से पूछना चाहता हूँ कि जब 1975 में संविधान में ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द जोड़ा गया था, तो इसे जम्मू-कश्मीर के संविधान में क्यों नहीं जोड़ा गया? क्या जम्मू-कश्मीर को धर्मनिरपेक्ष नहीं होना चाहिए था? जब हमने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया, तो वह सही मायनों में धर्मनिरपेक्ष हो गया।

इसे भी पढ़ें: JDU कार्यालय में पहली बार लगे मोदी और नीतीश के पोस्टर, जानें क्या है इसके सियासी मायने?

उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान एक जीवंत दस्तावेज है। कांग्रेस और आरजेडी इस बार लोगों को गुमराह करने की अपनी कोशिश में सफल नहीं होंगे… धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले लोगों को धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता के संविधान पर अपनी सहमति देनी चाहिए। 

अन्य न्यूज़





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *